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किताब वाली लड़की: सिमरन की यह Love Story आपको प्यार में यकीन दिला देगी | Romantic Hindi Kahani

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From Page to Screen: 5 Hindi Classics That Became Cinematic Masterpieces

From Page to Screen: 5 Hindi Classics That Became Cinematic Masterpieces Hollywood isn't the only film industry that looks to the pages of classic literature for inspiration. In India, a treasure trove of powerful novels has fueled the creative fire of Bollywood for decades, resulting in some of the most breathtaking cinematic experiences in world cinema. For those new to Indian cinema or classic Hindi literature, these film adaptations are the perfect gateway. They bridge the gap between two art forms, offering timeless stories of love, rebellion, and the human condition. Here’s our guide to five Hindi literary classics that were transformed into unforgettable movies. 1. Devdas by Sarat Chandra Chattopadhyay (1917) The Book: A literary masterpiece, Devdas is the quintessential story of tragic, unfulfilled love. It explores class, societal norms, and self-destruction through the eyes of its flawed protagonist, Devdas, who descends into alcoholism after losing his childhood sweeth...

फरीदाबाद में 1 नवंबर को भव्य साहित्य सम्मेलन: 'कविताओं के रंग, युवाओं के संग' में जुटेंगे दिग्गज

फरीदाबाद में 1 नवंबर को भव्य साहित्य सम्मेलन: 'कविताओं के रंग, युवाओं के संग' में जुटेंगे दिग्गज Sahityashala.in: फरीदाबाद के साहित्य प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। हरियाणा दिवस के शुभ अवसर पर, 1 नवंबर 2025 को, युवा अजय साहित्यिक व सामाजिक मंच एक भव्य 'प्रथम स्नेहिल काव्य सम्मेलन' का आयोजन करने जा रहा है। " कविताओं के रंग, युवाओं के संग " की थीम पर आधारित यह कार्यक्रम, फरीदाबाद के साहित्यिक पटल पर वरिष्ठ अनुभव और युवा जोश का एक अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 10:00 बजे से डॉक्टर फार्म हाउस, सूरजकुंड रोड, अनंगपुर, फरीदाबाद में किया जाएगा। दिग्गज साहित्यकारों और अतिथियों का जमघट इस भव्य साहित्य सम्मेलन को हरियाणा और देश के प्रख्यात साहित्यकारों का सान्निध्य प्राप्त हो रहा है। मुख्य अतिथि: कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणावी व हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार श्री राजपाल यादव जी होंगे। अध्यक्षता: अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार डॉ. राकेश शर्मा जी (प्रिंसिपल, सी.आर.एस.एम. पब्लिक स्कूल, गुरुग्राम) करेंगे। विशिष्ट अतिथि: मंच पर वरिष्ठ...

जिस तट पर प्यास बुझाने से अपमान प्यास का होता हो | Uss Tat Par Pyaas Bujhane Se Pyasa Mar Jana Behtar Hai

जिस तट पर प्यास बुझाने से अपमान प्यास का होता हो | Uss Tat Par Pyaas Bujhane Se Pyasa Mar Jana Behtar Hai जिस तट पर प्यास बुझाने | Jis Tat Par... जिस तट पर प्यास बुझाने से अपमान प्यार का होता हो‚ उस तट पर प्यास बुझाने से प्यासा मर जाना बेहतर है। जब आंधी‚ नाव डुबो देने की अपनी ज़िद पर अड़ जाए‚ हर एक लहर जब नागिन बनकर डसने को फन फैलाए‚ ऐसे में भीख किनारों की मांगना धार से ठीक नहीं‚ पागल तूफानों को बढ़कर आवाज लगाना बेहतर है। कांटे तो अपनी आदत के अनुसारा नुकीले होते हैं‚ कुछ फूल मगर कांटों से भी ज्यादा जहरीले होते हैं‚ जिनको माली आंखें मीचे‚ मधु के बदले विष से सींचे‚ ऐसी डाली पर खिलने से पहले मुरझाना बेहतर है। जिस तट पर प्यास बुझाने से अपमान प्यास  का होता हो  Jis Tat Par Pyaas Bujhane Se जो दिया उजाला दे न सके‚ तम के चरणों का दास रहे‚ अंधियारी रातों में सोये‚ दिन में सूरज के पास रहे‚ जो केवल धुआं उगलता हो‚ सूरज पर कालिख मलता हो‚ ऐसे दीपक का जलने से पहले बुझ जाना बेहतर है। ~  बुद्धिसेन शर्मा मोटिवेशनल पोयम्स इन हिंदी | Motivational Poems In Hindi जिस तट पर प्यास बुझाने...

तुम्हारी यादें: सिमरन की यह कविता हर टूटे दिल की आवाज़ है | Heart Touching Sad Hindi Poem

तुम्हारी यादें: सिमरन की यह कविता हर टूटे दिल की आवाज़ है | Heart Touching Sad Hindi Poem क्या आपने कभी किसी को ख्यालों में ख़त लिखे हैं? क्या आपने भी किसी से वे सवाल पूछे हैं जिनका जवाब शायद कभी नहीं मिलेगा? मोहब्बत जब अधूरी रह जाती है, तो अपने पीछे सिर्फ़ यादें और कुछ अनकहे सवाल छोड़ जाती है। यह एक ऐसा एहसास है जिससे हर कोई कभी न कभी ज़रूर गुज़रता है। आज Sahityashala.in पर हम एक ऐसी ही दिल को छू जाने वाली कविता लेकर आए हैं जो इन्हीं गहरे जज़्बातों को आवाज़ देती है। प्रस्तुत है दिल्ली विश्वविद्यालय की युवा कवयित्री सिमरन की कलम से निकली एक बेहद ख़ूबसूरत और दर्द भरी कविता - "तुम्हारी यादें" । तुम्हारी यादें - Tumhari Yaadein सुनो, एक बात कहूँ तुमसे? मुझे आज भी तुम्हारी बहुत याद आती है, तुम्हारे साथ की गई हर बात याद आती है, क्या करुँ, लाख कोशिश की मगर अब तक तुम्हें भुला नहीं पाई, भुला दूँगी एक दिन तुम्हें ये झूठ खुद से कह नहीं पाई, अच्छा एक बात पूछूं जवाब दोगे? मुझे छोड़ कर जाने की वजह बताओगे? बताओ न तुम क्यूँ गए मुझे छोड़ कर, मेरे सपने, उम्मीदें और भरोसा तोड़ कर, क्या हुआ? हर बार...

हिमांशाी बाबरा की 4 चुनिंदा ग़ज़लें | Himanshi Babra Ghazal Collection | साहित्यशाला

  हिमांशाी बाबरा की 4 चुनिंदा ग़ज़लें | Himanshi Babra Ghazal Collection | साहित्यशाला नमस्कार दोस्तों, साहित्यशाला में आपका स्वागत है! आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक उभरती हुई शायरा, हिमांशी बाबरा (Himanshi Babra) की चार चुनिंदा और बेहतरीन ग़ज़लें। हिमांशी जी की शायरी में भावनाओं की गहराई और शब्दों का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है। उनकी ग़ज़लें ज़िंदगी के अलग-अलग पहलुओं को छूती हैं, चाहे वो प्यार हो, इंतज़ार हो, या ज़िंदगी के तजुर्बे हों। यह Himanshi Babra Ghazal Collection विशेष रूप से साहित्यशाला के पाठकों के लिए संकलित किया गया है। हमें उम्मीद है कि आपको उनकी यह नई हिंदी ग़ज़लें (New Hindi Ghazals) ज़रूर पसंद आएँगी। यहाँ उनकी चार सबसे लोकप्रिय ग़ज़लों का संग्रह है, जिन्हें आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पूरा पढ़ सकते हैं। 1. मेरा देखना न कर दे उसे शर्मसार कहना इस ख़ूबसूरत ग़ज़ल में, हिमांशी जी ने 'देखने' और 'नज़र' के फ़लसफ़े को बड़ी ही संजीदगी से बयां किया है। यह ग़ज़ल आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि हम जो देखते हैं, क्या वो वैसा ही है जैसा दिखता है। शब्दों का...

Good Indian Books for 13-14 Year Olds: Best Teen Reads in 2026

Good Indian Books for 13-14 Year Olds: Best Teen Reads in 2026 Finding the best Indian books for 13-14 year olds in 2026 can be challenging. Teens today need books that are not only fun but also educational, engaging, and culturally relevant. From young adult fiction India to children’s classics, these novels provide valuable lessons and hours of entertainment. Whether you are a parent, teacher, or young reader yourself, this guide will help you discover the perfect reads for middle school teens. Top Indian Books for 13-14 Year Olds in 2026 Here’s a curated list of must-read Indian books for teens , perfect for ages 13-14. 1. The Blue Umbrella by Ruskin Bond A timeless story about kindness and curiosity. Ideal for middle school teens looking for a fun educational book . 2. Tales of Panchatantra Classic Indian fables that teach life lessons in a fun, engaging way. Great for children novels India and teens worldwide. 3. Amar Chitra Katha Classics Indian mythology and history...

Famous Poems

सादगी तो हमारी जरा देखिये | Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics | Nusrat Fateh Ali Khan Sahab

Saadgi To Hamari Zara Dekhiye Lyrics सादगी तो हमारी जरा देखिये   सादगी तो हमारी जरा देखिये,  एतबार आपके वादे पे कर लिया | मस्ती में इक हसीं को ख़ुदा कह गए हैं हम,  जो कुछ भी कह गए वज़ा कह गए हैं हम  || बारस्तगी तो देखो हमारे खुलूश कि,  किस सादगी से तुमको ख़ुदा कह गए हैं हम || किस शौक किस तमन्ना किस दर्ज़ा सादगी से,  हम करते हैं आपकी शिकायत आपही से || तेरे अताब के रूदाद हो गए हैं हम,  बड़े खलूस से बर्बाद हो गए हैं हम ||

Charkha Lyrics in English: Original, Hinglish, Hindi & Meaning Explained

Charkha Lyrics in English: Original, Hinglish, Hindi & Meaning Explained Discover the Soulful Charkha Lyrics in English If you've been searching for Charkha lyrics in English that capture the depth of Punjabi folk emotion, look no further. In this blog, we take you on a journey through the original lyrics, their Hinglish transliteration, Hindi translation, and poetic English translation. We also dive into the symbolism and meaning behind this heart-touching song. Whether you're a lover of Punjabi folk, a poetry enthusiast, or simply curious about the emotions behind the spinning wheel, this complete guide to the "Charkha" song will deepen your understanding. Original Punjabi Lyrics of Charkha Ve mahiya tere vekhan nu, Chuk charkha gali de vich panwa, Ve loka paane main kat di, Tang teriya yaad de panwa. Charkhe di oo kar de ole, Yaad teri da tumba bole. Ve nimma nimma geet ched ke, Tang kath di hullare panwa. Vasan ni de rahe saure peke, Mainu tere pain pulekhe. ...

महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंदी कविता - Mahabharata Poem On Arjuna

|| महाभारत पर रोंगटे खड़े कर देने वाली कविता || || Mahabharata Poem On Arjuna ||   तलवार, धनुष और पैदल सैनिक कुरुक्षेत्र में खड़े हुए, रक्त पिपासु महारथी इक दूजे सम्मुख अड़े हुए | कई लाख सेना के सम्मुख पांडव पाँच बिचारे थे, एक तरफ थे योद्धा सब, एक तरफ समय के मारे थे | महा-समर की प्रतिक्षा में सारे ताक रहे थे जी, और पार्थ के रथ को केशव स्वयं हाँक रहे थे जी ||    रणभूमि के सभी नजारे देखन में कुछ खास लगे, माधव ने अर्जुन को देखा, अर्जुन उन्हें  उदास लगे | कुरुक्षेत्र का महासमर एक पल में तभी सजा डाला, पांचजन्य  उठा कृष्ण ने मुख से लगा बजा डाला | हुआ शंखनाद जैसे ही सब का गर्जन शुरु हुआ, रक्त बिखरना हुआ शुरु और सबका मर्दन शुरु हुआ | कहा कृष्ण ने उठ पार्थ और एक आँख को मीच जड़ा, गाण्डिव पर रख बाणों को प्रत्यंचा को खींच जड़ा | आज दिखा दे रणभूमि में योद्धा की तासीर यहाँ, इस धरती पर कोई नहीं, अर्जुन के जैसा वीर यहाँ ||    सुनी बात माधव की तो अर्जुन का चेहरा उतर गया, ...

Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics - फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है | Rahgir Song Lyrics

Aadmi Chutiya Hai Song Lyrics फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है, आदमी चूतिया है फूलों की लाशों में ताजगी चाहता है फूलों की लाशों में ताजगी ताजगी चाहता है आदमी चूतिया है, कुछ भी चाहता है फूलों की लाशों में ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है ज़िंदा है तो आसमान में उड़ने की ज़िद है मर जाए तो मर जाए तो सड़ने को ज़मीं चाहता है आदमी चूतिया है काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में काट के सारे झाड़-वाड़, मकाँ बना लिया खेत में सीमेंट बिछा कर ज़मीं सजा दी, मार के कीड़े रेत में लगा के परदे चारों ओर क़ैद है चार दीवारी में मिट्टी को छूने नहीं देता, मस्त है किसी खुमारी में मस्त है किसी खुमारी में और वो ही बंदा अपने घर के आगे आगे नदी चाहता है आदमी चूतिया है टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में टाँग के बस्ता, उठा के तंबू जाए दूर पहाड़ों में वहाँ भी डीजे, दारू, मस्ती, चाहे शहर उजाड़ों में फ़िर शहर बुलाए उसको तो जाता है छोड़ तबाही पीछे कुदरत को कर दाग़दार सा, छोड़ के अपनी स्याही पीछे छोड़ के अपनी स्याही ...

Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Abhi Munde (Psycho Shayar) | कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita

Kahani Karn Ki Poem Lyrics By Psycho Shayar   कहानी कर्ण की - Karna Par Hindi Kavita पांडवों  को तुम रखो, मैं  कौरवों की भी ड़ से , तिलक-शिकस्त के बीच में जो टूटे ना वो रीड़ मैं | सूरज का अंश हो के फिर भी हूँ अछूत मैं , आर्यवर्त को जीत ले ऐसा हूँ सूत पूत मैं |   कुंती पुत्र हूँ, मगर न हूँ उसी को प्रिय मैं, इंद्र मांगे भीख जिससे ऐसा हूँ क्षत्रिय मैं ||   कुंती पुत्र हूँ, मगर न हूँ उसी को प्रिय मैं, इंद्र मांगे भीख जिससे ऐसा हूँ क्षत्रिय मैं ||   आओ मैं बताऊँ महाभारत के सारे पात्र ये, भोले की सारी लीला थी किशन के हाथ सूत्र थे | बलशाली बताया जिसे सारे राजपुत्र थे, काबिल दिखाया बस लोगों को ऊँची गोत्र के ||   सोने को पिघलाकर डाला शोन तेरे कंठ में , नीची जाती हो के किया वेद का पठंतु ने | यही था गुनाह तेरा, तू सारथी का अंश था, तो क्यों छिपे मेरे पीछे, मैं भी उसी का वंश था ?   यही था गुनाह तेरा, तू सारथी का अंश था, तो क्यों छिपे मेरे पीछे, मैं भी उसी का वंश था ? ऊँच-नीच की ये जड़ वो अहंकारी द्रोण था, वीरों की उसकी सूची में, अर्...
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